MCC Counselling 2025 शुरू: सीट मिलने से पहले जान लें ये ज़रूरी बातें!

NEET UG 2025 का रिजल्ट घोषित हो चुका है और अब छात्रों की नजरें टिकी हैं MCC Counselling 2025 पर। मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन पाने के लिए यह प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहीं से तय होता है कि कौन सा छात्र किस कॉलेज में पढ़ेगा। हर साल लाखों छात्र MBBS, BDS, और अन्य मेडिकल कोर्स में दाखिला लेने के लिए इस काउंसलिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेते हैं। इसलिए MCC यानी Medical Counselling Committee द्वारा आयोजित यह प्रक्रिया अब ट्रेंड में है और हर मेडिकल उम्मीदवार को इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए।

कब से शुरू हुई है MCC Counselling 2025?

MCC Counselling की प्रक्रिया जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त 2025 के पहले हफ्ते से शुरू हो चुकी है। मेडिकल काउंसलिंग कमिटी (MCC) ने NEET UG रिजल्ट आने के कुछ दिन बाद ही ऑफिशियल वेबसाइट mcc.nic.in पर इसकी तारीखें घोषित कर दी थीं। इसमें रजिस्ट्रेशन से लेकर चॉइस फिलिंग, सीट अलॉटमेंट और रिपोर्टिंग तक की पूरी शेड्यूल स्पष्ट की गई है।

MCC Counselling का पूरा प्रोसेस – स्टेप बाय स्टेप समझिए

सबसे पहले छात्रों को MCC की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसके बाद उन्हें अपने डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होते हैं, जैसे कि NEET स्कोर कार्ड, 10वीं-12वीं मार्कशीट, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो आदि। रजिस्ट्रेशन पूरी तरह ऑनलाइन होता है और इसके लिए निर्धारित फीस भरनी होती है।

इसके बाद आती है सबसे अहम स्टेज – चॉइस फिलिंग (Choice Filling)। इसमें छात्र अपनी पसंद के मेडिकल कॉलेज्स की एक लिस्ट बनाते हैं, जिसे सिस्टम के हिसाब से प्रोसेस किया जाता है। चॉइस फिलिंग सही ढंग से न करने पर छात्र अपनी मनपसंद सीट खो सकते हैं।

इसके बाद MCC एक निर्धारित दिन पर सीट अलॉटमेंट रिजल्ट जारी करता है, जिसमें बताया जाता है कि किस छात्र को किस कॉलेज में सीट मिली है। जिन्हें सीट मिलती है उन्हें उस कॉलेज में रिपोर्ट करके डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई कराने होते हैं।

कौन-कौन से कॉलेज आते हैं MCC Counselling के अंतर्गत?

MCC Counselling भारत सरकार द्वारा नियंत्रित संस्थानों की सीटों के लिए होती है। इसमें शामिल हैं:

  • 15% All India Quota (AIQ) की सरकारी मेडिकल सीटें
  • AIIMS (All India Institute of Medical Sciences)
  • JIPMER (Puducherry & Karaikal)
  • ESIC (Employees’ State Insurance Corporation) कॉलेज
  • Deemed Universities
  • Central Universities (BHU, AMU, Delhi University etc.)

राज्य सरकारों की काउंसलिंग इससे अलग होती है, जिसके लिए हर राज्य अपनी वेबसाइट पर डिटेल्स देता है।

MCC Counselling में सबसे आम गलतियाँ जो छात्रों को नहीं करनी चाहिए

हर साल हजारों छात्र सिर्फ छोटी-छोटी गलतियों की वजह से अपनी मनचाही सीट नहीं पाते। कुछ आम गलतियाँ जैसे कि समय पर चॉइस फिलिंग न करना, डॉक्यूमेंट्स में गलती, फीस न भरना या रिपोर्टिंग में देर करना – ये सब एक साल बर्बाद कर सकती हैं। इसलिए इस पूरे प्रोसेस को बेहद सतर्कता से करना चाहिए।

कौन से डॉक्यूमेंट्स जरूरी हैं?

MCC Counselling में हिस्सा लेने वाले छात्र को नीचे दिए गए डॉक्यूमेंट्स पहले से स्कैन करके तैयार रखने चाहिए:

  • NEET UG Admit Card
  • NEET UG Result/Scorecard
  • 10वीं और 12वीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
  • Identity Proof (Aadhaar/PAN/Passport)
  • पासपोर्ट साइज फोटोज
  • Caste Certificate (अगर लागू हो)
  • PwD Certificate (यदि लागू हो)
  • Domicile Certificate (कुछ यूनिवर्सिटी में माँगा जा सकता है)

MCC Counselling 2025 का अपडेट कहा मिलेगा?

सभी छात्र MCC की ऑफिशियल वेबसाइट mcc.nic.in पर विजिट करके लेटेस्ट अपडेट्स पा सकते हैं। इसके अलावा MyGov, Digilocker और कुछ न्यूज प्लेटफॉर्म पर भी सूचना दी जाती है। आप चाहें तो SMS और Email अलर्ट भी एक्टिवेट कर सकते हैं।

सीट मिलने के बाद क्या करना होता है?

अगर आपको सीट मिल गई है तो उसे एक्सेप्ट करना होता है और संबंधित कॉलेज में जाकर रिपोर्ट करना होता है। वहां आपके डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई किए जाएंगे और सीट कन्फर्म हो जाएगी। अगर आप सीट से संतुष्ट नहीं हैं तो आप अपग्रेडेशन का विकल्प चुन सकते हैं और अगले राउंड में भाग ले सकते हैं।

कितने राउंड्स होते हैं MCC Counselling में?

आमतौर पर MCC Counselling में 4 राउंड्स होते हैं:

  1. Round 1
  2. Round 2
  3. Mop-up Round
  4. Stray Vacancy Round

हर राउंड में सीट्स की संख्या और उपलब्धता के हिसाब से चॉइस फिलिंग और अलॉटमेंट होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

MCC Counselling 2025 मेडिकल छात्रों के लिए सबसे अहम स्टेप है। एक छोटी सी लापरवाही आपको आपकी पसंदीदा मेडिकल कॉलेज की सीट से दूर कर सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि छात्र समय पर रजिस्ट्रेशन करें, सही चॉइस फिलिंग करें और डॉक्यूमेंट्स समय से तैयार रखें।

NEET क्लियर करना एक उपलब्धि है, लेकिन MCC काउंसलिंग को समझदारी से पूरा करना आपके करियर की गारंटी है। अगर आप अभी इस प्रक्रिया में हैं तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए एक गाइड की तरह काम करेगी।

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